आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ तेलुगु अभिनेता पवन कल्याण ने हाल ही में बॉलीवुड के खिलाफ अपने विचार साझा किए हैं। वह अपनी आगामी दो बड़ी फिल्मों के रिलीज का इंतजार कर रहे हैं और इस दौरान उन्होंने कहा कि साउथ सिनेमा भारतीय जड़ों के प्रति अधिक सच्चा है, जबकि बॉलीवुड अब अधिक व्यावसायिक और मुनाफे पर केंद्रित हो गया है।
ग्लोबलाइजेशन का प्रभाव
एक साक्षात्कार में, पवन कल्याण ने 'भारतीय सिनेमा' की व्यापक परिभाषा को खारिज करते हुए बताया कि हर फिल्म उद्योग ने अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि हिंदी फिल्मों में भारतीय संस्कृति से जुड़ी कहानियों की कमी है, क्योंकि बॉलीवुड अब अधिक वैश्विक और मुनाफे पर केंद्रित हो गया है।
साउथ सिनेमा की संस्कृति का प्रतिनिधित्व
पवन कल्याण ने यह भी कहा कि साउथ सिनेमा ने हमेशा भारतीय संस्कृति को अधिक सच्चाई से प्रस्तुत किया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल के समय में हिंदी सिनेमा में ऐसे फिल्में कम ही बनी हैं जो भारतीय संस्कृति से जुड़ी हों, जैसे कि आमिर खान की 'दंगल'।
पवन कल्याण की आगामी फिल्में
काम के मोर्चे पर, पवन कल्याण की अगली फिल्म 'हरी हरा वीर मल्लू' है, जो 24 जुलाई 2025 को रिलीज होने वाली है। इसके अलावा, उनकी फिल्म 'द वे कॉल हिम OG' भी सितंबर 25 को रिलीज होने वाली है। इसके साथ ही, उनके पास 'उस्ताद भगत सिंह' भी है।
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